वरुण चक्रवर्ती: 7 साल मैदान से रहे दूर और आर्किटेक्ट से टीम इंडिया तक का सफ़र.

ये कहानी ऐसे क्रिकेटर की है जो चेन्नई की एक कंपनी में आर्किटेक्ट थे, उनका पहला प्यार क्रिकेट था, और वो चेपॉक स्टेडियम में पहुँच कर दर्शको की भीड़ में चेन्नई सुपर किंग्स टीम के प्रैक्टिस मैचो को देखा करते थे, और अब वो आईपीएल में खेलते भी है और टीम इंडिया के शानदार स्पिनर भी है।

वरुण चक्रवर्ती कौन है ?

वरुण चक्रवर्ती एक भारतीय क्रिकेटर हैं, जो अपनी ‘मिस्ट्री स्पिन’ गेंदबाजी के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका जन्म 29 अगस्त 1991 को कर्नाटक के बीदर शहर में हुआ था वरुण चक्रवर्ती एक साधारण से परिवार में जन्मा लड़का जिसका सपना था भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना 13 साल की उम्र में विकेट कीपर बैटर के रूप में मैदान में उतरा बड़े-बड़े सपने थे। लेकिन यात्रा इतनी आसान नहीं थी, उन्होने क्रिकेट की शुरुआत करी विकेट कीपर बैटर के तौर पर लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

वरुण चक्रवर्ती :- संघर्षशील जीवन

वो घंटो मैदान पर प्रैक्टिस करते थे और खुद हर- वक्त बेहतर बनाने की कोशिश करते थे, लेकिन किस्मत को शायद ये मंजूर नहीं था यह जो एज ग्रुप वाली क्रिकेट होती है। इसमें उन्हें बार-बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ता था और बार-बार उन्हें ना सुननी पड़ी और फैमली वालो ने आख़िरकार बोला दिया कि बेटा अब क्रिकेट छोड़ दो और पढ़ने-लिखने पर ध्यान दो यह बात सुनकर इनका दिल टूट गया क्योकि ये जानते थे, क्रिकेट ही उनकी असली मंजिल है लेकिन जब परिवार का दबाव बढता गया तो उन्होंने अपने सपनो को दबा दिया।

वरुण चक्रवर्ती

अब वो चेन्नई के एसआरएम यूनिवर्सिटी में आर्किटेक्चर की पढाई कर रहे थे, और वो वहा 5 साल तक आर्किटेक्ट बनने का सपना देख रहे थे लेकिन दिल में उनके कुछ और ही चल रहा था, क्योकि दिल में उनके क्रिकेट धड़क रहा था पढाई पूरी करने के बाद वरुण चक्रवर्ती एक कंपनी में आर्किटेक्ट की नौकरी शुरू कर दी।

और सब को लग रहा था की वरुण तो अभी सैट हो चूका है, लेकिन अन्दर ही अन्दर वरुण को अपने क्रिकेट सपने की याद आती थी तो वो उदास हो जाते थे काफी सोचने के बाद वरुण ने अपने आप से एक सवाल पूछा कि क्या मै इन सबसे खुश हूँ।  क्या में अपनी जिंदगी इसी तरह से बिता पाउँगा या फिर में अपने सपने को फिर से जीने की कोशिश करूँगा।

फिर आख़िरकार वरुण चक्रवर्ती ने आर्किटेक्ट की नौकरी छोड दी. लेकिन ये इतना आसान नहीं था क्योकि वो उस समय  25 की उम्र के हो गये थे जहा लगभग हर क्रिकेटर का करियर सैट हो चूका होता है। फिर उन्होंने वापस क्रिकेट अकेडमी जॉइन कर ली लेकिन अब उन्होंने फ़ास्ट बॉलर बनने की ठानी लेकिन शुरूआती दिनों में उन्हें घुटने में चोट लग गयी और वो फिर एक बार क्रिकेट से दूर हो गये।

लेकिन इस बार वरुण चक्रवर्ती ने हार नही मानी और वो फिर एक बार मैदान में आये और अब उन्होंने स्पिनर बनने की तैयारी शुरू कर दी उन्होंने अपने स्पिनर बोलिंग में कई वेरिएशन जोड़ चुके थे। और इन्होने अपने आप को ऐसा तैयार की वो एक अब मिस्ट्री स्पिनर बन चुके थे। वरुण को तमिलनाडु क्रिकेट लीग में खेलना का मौका मिला जहा उन्होंने अपना जलवा बिखरना शुरू कर दिया।

वरुण चक्रवर्ती : असफलता से सफलता की और

2017-18 के चेन्नई लीग सीजन में उन्होने जुबली क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुये सिर्फ 7 मैच में उन्होंने 31 विकेट ले लिये और इकॉनोमी थी सिर्फ 3.06 कि सबकी नजरे वरुण चक्रवर्ती पर टिकी हुई थी। फिर उन्हें तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेलने का मौका मिला जहा उन्हें मधुराई पैंथर्स की और से खेलते हुये अपनी टीम को ट्राफी जीता दी। बाद में उन्हें आईपीएल में मौका मिला जहा उन्हें केकेआर टीम के नेट में बॉलिंग का मौका मिला। जहा बड़े- बड़े धुरंधर गेंदबाजो से उन्हें सिखने का मौका मिला।

वरुण चक्रवर्ती

आईपीएल में अब उनका नाम बीडिंग में पहुँच चूका था और हर कोई टीम इन्हें लेना चाहती थी, और किंग्स 11 पंजाब ने आख़िरकार इन्हें ले लिया और वो उस वक्त सबसे महंगे अन्कैपड प्लेयर बन चुके थे। और पंजाब ने इन्हें सिर्फ एक ही मैच खेलाया और अगले सीजन में इन्हें बाहर कर दिया।

फिर केकेआर टीम ने इन पर भरोसा जताया और 4 करोड़ में इन्हें खरीद लिया और उस सीजन में वरुण चक्रवर्ती ने अपने आप को साबित करके दिखाया और उस सीजन में महेंद्र सिंह धोनी के दो विकेट ले लिये और एक ही सीजन में धोनी के दो विकेट लेने वाले वो पांचवे खिलाडी बन गये। बाद में उन्हें 2021 में वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिला लेकिन वहा अच्छा नतीजा नही देने के कारण वो टीम से बाहर कर दिये गये।

वरुण चक्रवर्ती

बाद में इसकी वजह से ना ही उनका आईपीएल सीजन अच्छा जा रहा था जिसकी वजह से वो डिप्रेशन में आ गये। और परेशान रहने लगे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने आप को फिर से तैयार किया। फिर उनको वापस टीम इंडिया में खेलना का मौका मिला जहा उन्होंने 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 में तीन विकेट लिये और खुद को फिर से साबित करके दिखाया।

लेकिन असली मजा जब उन्हें आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफ़ी में खेलने का मौका मिला तो उन्होंने कमाल करके दिखाया और सब एक्सपर्ट को गलत साबित कर दिया। जो वरुण चक्रवर्ती के सलेक्शन पर सवाल उठाते थे, इतना ही नहीं उन्होंने आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफ़ी के फाइनल में न्यूजीलेंड के खिलाफ पांच विकेट लेकर न्यूजीलेंड को पछाड़ दिया और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।

वरुण चक्रवर्ती :- Wife और व्यक्तिगत जीवन

वरुण ने 2022 में अपनी प्रेमिका नीरजिता से शादी की, जो पेशे से एक डिज़ाइनर हैं। दोनों की मुलाकात कॉलेज के दिनों में हुई थी, और लंबे समय तक एक-दूसरे को जानने के बाद उन्होंने विवाह करने का निर्णय लिया। वरुण और नीरजिता की शादी एक निजी समारोह में हुई, जिसमें परिवार और करीबी मित्र शामिल थे।

वरुण चक्रवर्ती  और उनकी पत्नी
वरुण चक्रवर्ती :- Net worth

वरुण चक्रवर्ती की कुल संपत्ति 2025 तक लगभग ₹40 से ₹45 करोड़ आंकी गई है उनकी आय के मुख्य स्रोत क्रिकेट से मिलने वाली सैलरी, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के अनुबंध, ब्रांड एंडोर्समेंट और विज्ञापन डील्स हैं. उनकी लोकप्रियता के साथ उनकी कमाई में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है

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