IPS Abhishek Pallav क्या हैं पूरा मामला : हाल ही के दिनों में IPS अभिषेक पल्लव पर मुसीबतों के बादल मंडरा रहे हैं, क्योंकि कुछ दिन पहले उनके घर पर CBI ने छापा मार दिया हैं | दरसल CBI ने ये छापा उनके घर पर इसलिये मारा क्योंकि CBI को उनके महादेव बैटिंग एप से जुड़े होने की खबर मिली हैं | अब CBI ने इसको लेकर इन पर शिकंजा कसा हैं, जिसकी वजह से अभिषेक पल्लव की मुश्किलें बढ़ गयी हैं |

आपकी जानकारी के लिये बता दे बीते कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ में सीबीआई बड़ी कारवाई जारी हैं, बता दे पूर्व सीएम भूपेश बघेल, विधायक देवेंद्र यादव सहित सीनियर आईपीएस अफसरों और दो आरकक्षो के ठिकानो पर सीबीआई ने दबिश की हैं | जिन अफसरों के घर के सीबीआई ने छापा मारा हैं, उनमे चर्चित आईपीएस अफसर अभिषेक पल्लव का नाम भी शामिल हैं | सबसे खास बात ये हैं, कि अभिषेक पल्लव तत्कालिक और वर्तमान दोनों सरकारों के बेहद करीबी रहे हैं | इसलिये पूर्व सीएम सहित ये भी इन घोटाले में जुड़े हुये माने जा रहे हैं |
IPS Abhishek Pallav कौन हैं – डॉ. अभिषेक पल्लव छत्तीसगढ़ के आईपीएस अफसरों की लिस्ट में सबसे चर्चित नाम हैं | ये 2013 बैच के आईपीएस अफसर हैं, और वर्तमान में ये पुलिस अकादमी चंदखुरी के एसपी हैं | नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाडा से लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग और डिप्टी सीएम विजय शर्मा के गृह जिले कबीरधाम के भी एसपी रह चुके हैं | अगर उनकी शिक्षा की बात करे तो उन्होंने मेडिकल की पढाई की थी लेकिन बाद में सिविल सेवा की परीक्षा पास कर भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हो गये थे |
IPS Abhishek Pallav का जन्म 2 सितम्बर 1982 को बिहार के बेगूसराय में हुआ था | और जहाँ भी वो एसपी रहे हैं, वहाँ अपराधियों पर इन्होने शिकंजा कसा और उनकी विडियो और रील्स बनाकर वो सोशल मीडिया पर साझा करते रहते हैं। जिसकी वजह से वो सोशल मीडिया पर काफी लोग उनके काम करने के तरीको से उन्हें पसंद करते थे, और इसकी वजह से IPS Abhishek Pallav हमेशा सुर्खियों में छाये रहते थे. और अपराधी इनसे खौफ खाते थे, और इन्हें कई सम्मान से नवाजा गया हैं।

लेकिन अब वो इस घोटाले मे फंस गये हैं जब IPS Abhishek Pallav 27 मार्च को अपने घर से दफ्तर जा रहे थे तभी सीबीआई की एक टीम उनके घर पर आ जाती हैं, और सीबीआई का आरोप हैं जिनके भी घर छापेमारी हुई हैं वो किसी ना किसी तरह से महादेव बैटिंग ऐप स्कैम से जुड़े हुये हैं, जिससे अब इसकी जाँच और तेज हो गयी हैं।
कैसे बने भूपेश के करीबी – दरअसल भूपेश बघेल की सरकार के वक्त IPS Abhishek Pallav नक्सलियों के इलाके यानि दंतेवाड़ा में लंबे समय तक एसपी रहे.यहां नक्सल अभियानों में खुद ही नवाचार लाया. लोन वर्राटू यानि घर वापसी अभियान चलाया. इस अभियान को काफी सफलता भी मिली. कई नक्सलियों ने घर वापसी की. इस अभियान को भूपेश सरकार ने काफी सराहा था।
इसके बाद IPS Abhishek Pallav ट्रांसफर जांजगीर चांपा और फिर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के गृह जिला दुर्ग में कर दिया गया. चूंकि दुर्ग में ही महादेव सट्टा का बड़ा सरगना काम करता था, ऐसे में ये भी इस भंवर में फंस गए. हालांकि पूरी जांच के बाद स्पष्ट होगा कि महादेव सट्टा ऐप मामले में इनकी क्या भूमिका रही है।