29 मार्च 2025 को इस साल का पहला आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा, जो खगोलीय दृष्टि से बेहद खास है।

यह ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर 2:21 बजे से शुरू होकर शाम 6:14 बजे तक रहेगा, जिसमें इसका चरम बिंदु शाम 4:17 बजे होगा।

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यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहाँ सूतक काल मान्य नहीं होगा और दैनिक जीवन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।

यह सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, उत्तरी एशिया, यूरोप, उत्तरी ध्रुव और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा।

परंपराओं के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान ध्यान और मंत्र जाप करने की सलाह दी जाती है, हालाँकि यह ज्योतिषीय मान्यता पर आधारित है।

यदि आप ऐसे स्थान पर हैं जहाँ यह ग्रहण दिख रहा है, तो इसे नग्न आँखों से देखने से बचें और सूर्य ग्रहण चश्मे का उपयोग करें।

ग्रहण के दौरान भोजन में तुलसी के पत्ते डालने की परंपरा है ताकि भोजन दूषित न हो। हालांकि, इस बार भारत में ग्रहण दृश्य नहीं है, फिर भी कुछ लोग इन परंपराओं का पालन कर सकते हैं।

ज्योतिष के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण कुछ राशियों के लिए सकारात्मक और कुछ के लिए चुनौतियाँ ला सकता है, इसलिए अपनी राशि के अनुसार उपाय करने की सलाह दी जाती है।